शुक्रवार, 9 जनवरी 2015

ठण्ड पड़े है जोर की

ठण्ड पड़े है जोर की,
      पतली लागै सौड़ ।।⛄
चाय पकौड़ी मुंफली,
      इण सर्दी रो तोड़ ।।
डांफर चाले भूंडकी ,
   चोवण् लाग्या नाक ।।
काम्बल  राखां ओढणे ,
     सिगड़ी तापा हाथ ।।
काया धूजे ठाठरे,
    मुँडो छोड़े भाप ।
दिनुगे पेली चावड़ी,
    न्हाणो धोणो पाप ।।
गूदड़ माथे गूदडा ,
    ओढ्यां राखो आप ।
ताता चेपो गुलगुला,
     चा चेपो अणमाप् ।।
 सीयलॉ री खम्मा-घणी सा 

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